लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल को भारत पहुंचते ही एनआईए ने किया गिरफ़्तार, उन पर क्या हैं आरोप?

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई और कई आपराधिक मामलों में अभियुक्त अनमोल बिश्नोई को प्रत्यर्पण करके भारत लाया गया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने बुधवार को अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से भारत पहुंचते ही गिरफ़्तार कर लिया.

एनआई ने अपनी प्रेस रिलीज़ में बताया है कि 2022 से फ़रार और अमेरिका में रह रहे अनमोल बिश्नोई को गिरफ़्तार किया गया है.

इस प्रेस रिलीज़ में बताया गया है कि वो जेल में मौजूद अपने भाई लॉरेंस बिश्नोई के टेरर सिंडिकेट में शामिल हैं और इस सिंडिकेट के अब तक 19 अभियुक्त गिरफ़्तार हो चुके हैं.

एनआईए ने कहा है, “एक मामले की जांच में यह पता चला था कि उसने 2020-2023 के दौरान देश में आतंकवाद के अलग-अलग कामों में आतंकवादी गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई की मदद की थी. इस मामले की जांच के बाद एनआईए ने मार्च 2023 में अनमोल के ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर की थी.”

एनआईए ने और क्या कहा?

एनआईए ने बयान में कहा है, “अमेरिका में बैठकर अनमोल बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ मिलकर आतंक फैलाने और अपराध करवाने में लगा हुआ था. वह भारत में मौजूद गैंग के लोगों को निर्देश देता था. जांच में यह भी पता चला कि उसने गैंग के शूटरों और ज़मीन पर काम करने वाले अपराधियों को मदद मुहैया कराई.”

“वह दूसरे गैंगस्टरों की मदद से विदेश में रहते हुए भी भारत में फ़िरौती वसूलने का काम कर रहा था.”

अनमोल बिश्नोई एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में भी अभियुक्त हैं. बाबा सिद्दीकी के बेटे ज़ीशान सिद्दीकी ने मंगलवार को बताया था कि अनमोल बिश्नोई को 18 नवंबर को अमेरिका से ले जाया गया है.

उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया था, “मेरा परिवार अमेरिका में एक पीड़ित परिवार के रूप में दर्ज है. पीड़ित अधिसूचना से हमें अनमोल बिश्नोई के बारे में अपडेट मिलते हैं. आज हमें एक ईमेल मिला कि संघीय सरकार ने अनमोल बिश्नोई को 18 नवंबर को अमेरिका से निकाल दिया है.”

बीते साल अमेरिका में किया गया था गिरफ़्तार

उन्होंने कहा, “मेरी केंद्र सरकार से पुरज़ोर अपील है कि उन्हें मुंबई वापस लाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि उनसे पूछताछ हो और गिरफ्तारी हो.”

ज़ीशान सिद्दिकी ने कहा, “वो समाज के लिए ख़तरा हैं. मेरे पिता की हत्या में उनका नाम था. सलमान ख़ान के मामले में, उनका नाम बार-बार सामने आ रहा है. हमारे लिए यह जानना बहुत ज़रूरी है कि अनमोल बिश्नोई को ऐसा करने के लिए किसने कहा है.”

बीते साल नवंबर में अनमोल बिश्नोई को हिरासत में लिए जाने की ख़बरें थीं.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ उसी महीने की शुरुआत में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अनमोल बिश्नोई को भारत लाने का मामला क़ानूनी मुद्दा है और इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी.

पीटीआई के मुताबिक़ अनमोल बिश्नोई की तलाश में लगी मुंबई पुलिस को अमेरिकी अधिकारियों ने बताया था कि अनमोल अमेरिका में मौजूद है.

फ़र्ज़ी पासपोर्ट का इस्तेमाल

अनमोल बिश्नोई पर कई बड़े अपराधों में शामिल होने का आरोप है और मुंबई पुलिस उनके प्रत्यर्पण की कोशिश में लगी हुई थी.

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़ बाबा सिद्दीकी की हत्या और अभिनेता सलमान ख़ान के घर के बाहर गोलीबारी करने सहित कई मामलों में अभियुक्त अनमोल बिश्नोई को अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में इमिग्रेशन विभाग ने हिरासत में लिया था.

बीते साल अक्तूबर महीने में ही मुंबई के बांद्रा ईस्ट में बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई थी.

भारत की राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ‘एनआईए’ की वेबसाइट के मुताबिक़ उसे अनमोल बिश्नोई की तलाश है. एनआईए की वेबसाइट पर अनमोल का नाम भानू भी दर्ज है और वह मूल रूप से पंजाब के फ़ाज़िल्का का रहने वाला है.

इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा था कि 15 मई 2024 को भानू नाम से बनवाए एक फ़र्ज़ी पासपोर्ट की मदद से अनमोल बिश्नोई अमेरिका भाग गया था.

इंडियन एक्सप्रेस ने अपने संपर्क के आधार पर लिखा है कि अमेरिकी इमिग्रेशन विभाग ने यात्रा दस्तावेज़ों के साथ अनमोल बिश्नोई के पास मिली एक कंपनी की चिट्ठी को भी फ़र्ज़ी पाया था.

माना जाता है कि 25 साल के अनमोल बिश्नोई भी लॉरेंस बिश्नोई का गैंग चलाने में शामिल हैं. पुलिस को पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में अनमोल बिश्नोई की तलाश रही है.

पंजाब के मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

भारतीय जाँच एजेंसियों के हवाले से कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि 32 साल के लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में क़रीब 700 शूटर हैं. इनमें से अधिकतर छोटे क़स्बों और शहरों से हैं.

लॉरेंस बिश्नोई का पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में प्रभाव माना जाता है. लॉरेंस बिश्नोई पर हत्या, हत्या के प्रयास, वसूली और धमकाने के कई मुक़दमे दर्ज हैं.

लॉरेंस बिश्नोई के ख़िलाफ़ अभी 22 मुक़दमे चल रहे हैं और उनके ख़िलाफ़ 7 मामलों में जांच चल रही है.

छात्र राजनीति के दौरान हुई गुटबाज़ी से शुरू हुआ लॉरेंस बिश्नोई का आपराधिक सफ़र अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग तस्करी और टार्गेट किलिंग तक पहुँच गया है.

पुलिस के मुताबिक़ ये गैंग एक बड़ा ड्रग्स नेटवर्क भी चलाता है और लॉरेंस ‘ए’ श्रेणी का गैंगस्टर है. पंजाब पुलिस ने गैंगस्टरों की एक श्रेणी बनाई है और ‘ए’ श्रेणी का मतलब है वे अभियुक्त जो कथित तौर पर अधिक गंभीर अपराधों में शामिल हैं.

लॉरेंस बिश्नोई पिछले क़रीब ढाई साल से अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद हैं. इसके बावजूद माना जाता है कि उनका गैंग काफ़ी सक्रिय है.

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