सासाराम विधानसभा में विवाद: RJD ने चुनाव अधिकारियों पर लगाया गंभीर आरोप
रोहतास ज़िले की सासाराम विधानसभा सीट पर मतगणना से ठीक पहले बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने चुनाव अधिकारियों पर गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि देर रात गुपचुप तरीके से एक ट्रक को काउंटिंग सेंटर के भीतर ले जाया गया, जिससे पूरी प्रक्रिया पर संदेह गहरा गया है।
RJD ने यह भी आरोप लगाया है कि स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर लगे CCTV कैमरों को रात में बंद कर दिया गया, जिससे मतपत्रों और मशीनों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। पार्टी का दावा है कि इन घटनाओं से “वोट चोरी” की आशंका पैदा होती है और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर खतरा मंडरा रहा है।
हालाँकि, आरोपों पर चुनाव अधिकारियों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
घटनास्थल और समय
यह घटना बिहार प्रदेश के रोहतास जिले, सासाराम में बनी मतगणना केंद्र (स्ट्रॉन्ग-रूम परिसर) में रात के समय हुई।
बुधवार देर शाम/मध्यरात्रि को एक ट्रक बिना स्पष्ट जांच के स्ट्रॉन्ग-रूम परिसर के अंदर दाखिल हुआ।
इस दौरान, आरोप है कि स्ट्रॉन्ग-रूम परिसर के सीसीटीवी कैमरे बंद या अक्षम थे।
2. क्या हुआ — आरोप एवं प्रतिक्रिया
ट्रक के अंदर खाली बक्से पाए गए हैं — प्रशासन ने जांच के दौरान यह दावा किया।
प्रत्याशियों और उनके समर्थकों का कहना है कि “अगर ट्रक अंदर जा सकती है, कैमरा बंद था, तो यह संदेह पैदा करता है कि कुछ गड़बड़ी हो सकती है”।
इस पर कुछ समर्थकों ने हंगामा किया, स्ट्रॉन्ग-रूम के बाहर धरना दिया।
पुलिस ने उन समर्थकों को हंगामा शांत करने के लिए लाठीचार्ज किया — हालांकि पुलिस इसे खारिज कर रही है कि लाठीचार्ज हुआ था।
3. प्रशासन की प्रतिक्रिया
जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति नियंत्रण में लाने की कोशिश की।
प्रशासन ने कहा कि ट्रक में सिर्फ खाली बक्से पाए गए हैं, और सीसीटीवी की जांच हो रही है।
प्रशासन ने प्रत्याशियों को आश्वासन दिया कि मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुरक्षित होगी।
4. किस-किसने क्या कहा
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रत्याशी और समर्थक आरोप लगा रहे हैं कि यह “मतगणना प्रक्रिया में गड़बड़ी की संभावना”
कुछ दलों ने मांग उठाई है कि इस ट्रक के अंदर क्या था, कौन ले गया-आया, सीसीटीवी फुटेज क्यों बंद था, इसकी विशेष जांच हो।
प्रशासन ने कहा है कि यदि गड़बड़ी पाई गई तो “विधि सम्मत कार्रवाई” होगी।
5. क्या असर हुआ?
इस घटना ने चुनावी माहौल में तनाव बढ़ा दिया है — विशेष रूप से उस विधानसभा क्षेत्र में जहाँ मतदान और मतगणना हो रही है।
समर्थक-प्रत्याशी देर रात स्ट्रॉन्ग-रूम के बाहर जुटे रहे, जिससे प्रक्रिया के प्रति सार्वजनिक विश्वास पर असर पड़ सकता है।
प्रशासन को निगरानी बढ़ानी पड़ी है — सीसीटीवी मॉनिटरिंग, सुरक्षा बल तैनाती आदि बढ़ाई गई हैं।
6. आगे क्या हो सकता है?
सीसीटीवी फुटेज की पूरी जांच होगी — कब बंद हुआ था, ट्रक कब गया, क्या अंदर बदलाव हुआ आदि।
यदि जांच में गड़बड़ी पाई जाती है, तो संबंधित निर्वाचन अधिकारियों, सुरक्षा दल या अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
स्थानीय मतगणना केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था पुनः परखी जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे आरोप-प्रत्यारोप कम हों।
राजनीतिक दल इस घटना को चुनावी रणनीति या प्रचार का हिस्सा बना सकते हैं — इसलिए इसे आगे बड़े आकार की खबर के रूप में देखा जा रहा है।



